तेरा वचन मेरे पांव के लिये दीपक, और मेरे मार्ग के लिये उजियाला है। भजन संहिता 119:105
बाईबल अध्ययन
(Bible Reading)
अब्राहम लिंकन ने कहा, “इस पुस्तक (बाईबल) को किस लिए पढें, इसको पढने का कारण है कि आप सच्चाई को जानकर विश्वास कर सकते है, और आप एक अच्छे व्यक्ति के रूप में जीवित रहेंगे और एक अच्छे व्यक्ति के रूप में मरेंगे।”
हम जानते है कि यदि हम बाईबल को पढते है और उसमें लिखी हुयी आज्ञाओं को मानते है तो हम न केवल एक अच्छे व्यक्ति के रूप में मरेगें बल्कि सदा सर्वदा जीवित रहने के लिए पुन: जी उठेगें। प्रभु यीशु मसीह ने कहा, “जो बातें मैनें तुमसे कही है वे आत्मा है, और जीवन भी है।”
जैसे ही नया साल आता है तो हम बाईबल को, उत्पत्ति, भजनसहिंता और मत्ति की पुस्तकों से, पढना प्रारम्भ करते है। यह बडे दुख की बात है कि बहुत थोडे लोग प्रतिदिन बाईबल पढते है। परमेश्वर के विचारो को पढे बिना हम किस प्रकार परमेश्वर के विषय में सोच सकते है? स्वभाविक रूप से यदि हम देखें तो किसी लेखक के विषय में जानने के लिए हम उसके द्वारा लिखी गयी पुस्तको को या उसके लेखों को पढते है। जिन लोगों ने शेक्सपियर पर अध्ययन किया है उन्हें निश्चित रूप से यह लगता है कि वे उनसे और उनके विचारो से परिचित है; ऐसा अन्य दूसरे लेखकों के विषय में भी लगता है, जो अपना कार्य पीछे छोड गये है। किसी मानवीय लेखक को जानने के लिए यह अच्छा हो सकता है लेकिन परमेश्वर को उसके वचन (बाईबल) के द्वारा जानने का यह तरीका नही है। वास्तव में यदि हम परमेश्वर की पुस्तक (बाईबल) को नियमित रूप से न पढें, प्रार्थना न करें और हमारे प्रति उसकी दया और अच्छाई पर मनन न करें तो उसकी सबसे पहली आज्ञा, अपने परमेश्वर प्रभु से अपने सम्पूर्ण मन, आत्मा और बुद्धि से प्रेम करना, का पालन करना बिल्कुल असम्भव है। यूहन्ना द्वारा अपने भाई से घृणा या प्रेम के विषय में कही गयी बात को याद करें? यूहन्ना के प्रश्न का अन्तिम भाग इस प्रकार है, “वह परमेश्वर से भी जिसे उसने नही देखा, प्रेम नही रख सकता।” हम कैसे परमेश्वर से प्रेम रख सकते है? किसी अनजाने से प्रेम करना असम्भव है। हम ऐसे व्यक्ति से प्रेम नही कर सकते जिसे हमने कभी देखा ना हो, सुना ना हो और न ही बातें की हो। हम केवल उन्ही लोगों से प्रेम कर सकते है जिनसे हम परिचित होते है। स्वाभाविक रूप से प्रेम प्राय: व्यक्तिगत सम्पर्क के द्वारा होता है लेकिन यह पत्राचार द्वारा भी हो जाता है। बहुत से प्रेमी पत्र द्वारा पहली बार एक दूसरे को जानते है और मिलने से पहले ही उनमें प्रेम बढ जाता है। क्योंकि हमने परमेश्वर को नही देखा इसलिए उसके वचन (बाईबल) से परिचित होकर ही हमारे लिए उससे प्रेम कर पाना सम्भव है। यदि हम परमेश्वर की पुस्तक (बाईबल) को प्रतिदिन पढने में विश्वासयोग्य नही है तो हम परमेश्वर से प्रेम भी नही रख सकेगें। यदि हम परमेश्वर की सबसे पहली और मुख्य आज्ञा को ही नही मानते तो हम उससे अपने आप को बचाने की आशा कैसे रख सकते है? पौलुस एक प्रश्न पूछता है, “फिर जिस पर उन्होनें विश्वास नही किया, वे उसका नाम क्योंकर ले?” उसका उत्तर यह है, “सो विश्वास सुनने से, और सुनना मसीह के वचन से होता है।”
यदि हम परमेश्वर से प्रेम रखना चाहते है, उसकी आज्ञाओं को मानना चाहते है, और उसके द्वारा धार्मिकता का मुकुट पाना चाहते है तो परमेश्वर के वचन हमारे दिल और दिमाग में होने चाहिए। बाईबल पढने की उपेक्षा करना परमेश्वर की उपेक्षा करने के समान है। यदि हम बाईबल अध्ययन नही करते है तो कोई दूसरा कार्य करने से भी हमें कोई लाभ नही होगा। आज संसार के लोगों की यही समस्या है। आज हर एक व्यक्ति वही कार्य कर रहा है जो उसके अपने दृष्टिकोण से सही है। आज लोग इसे “अपना कार्य करना” कहते है। “हमारे अपने इन कार्यो” का न्याय के दिन कोई मूल्य नही होगा।
2011 के वर्ष में, अपने प्रतिदिन बाईबल पढ़ने की कोशिश करनी चाहिए। यदि जनवरी माह में आपने प्रतिदिन बाईबल अध्ययन नही किया तो फरवरी और वर्ष के शेष महिनों में बाईबल पढना ना छोडे और तुरन्त नियमित बाईबल अध्ययन शुरू करें। नये साल में संकल्प करना और तोडना एक मजाक होता है लेकिन परमेश्वर के वचन को पढना कोई मजाक नही है चाहे वह नये साल में किया गया संकल्प हो या नही। यदि हमारे पास प्रतिदिन परमेश्वर की पुस्तक को पढने का भी समय नही है तो यह परमेश्वर की प्रति हमारे प्रेम को दर्शाता है कि हम परमेश्वर से कितना प्रेम करते है? हमारे कार्य हमारी बातों से कही अधिक हमारे विषय में बताते है।
बाईबल कम्पेनियन (Bible Companion) के द्वारा बाईबल पढना ही केवल एक तरीका नही है लेकिन यह एक अच्छा तरीका है। आप चाहे किसी भी प्रकार बाईबल पढे लेकिन इसे प्रतिदिन अवश्य पढे। यदि सम्भव हो तो इसे परिवार के साथ पढे। शायद तिमुथियुस को सम्बोधित करते हुए पौलुस द्वारा लिखे गये ये शब्द हम पर भी लागू होते है: “पर तू इन बातों पर जो तूने सीखी है और प्रतीति की थी, यह जानकर दृढ बना रह; कि तू ने उन्हें किन लोगों से सीखा था? और बालकपन से पवित्रशास्त्र तेरा जाना हुआ है, जो तुझे मसीह पर विश्वास करने से उद्धार प्राप्त करने के लिए बुद्धिमान बना सकता है।”
‘बाईबल अध्ययन ’ (Bible Reading) is taken from ‘Minute Meditations’ by Robert J. Lloyd
प्रभु यीशु मसीह के विषय में पुराने नियम की भविष्यवाणियां
(Old Testament Prophecies of Jesus)
पुराने नियम में एक मसीह के विषय में, जो इस्राएल का राजा होगा, बहुत सी भविष्यवाणियां है। ये भविष्यवाणियां मसीह के जन्म, उनके पूर्वजों, उनके जीवन और उनकी मृत्यु के विषय में बताती हैं, इसके साथ ही ये उनके एक राजा के रूप में सर्वदा के लिए राज्य करने के विषय में भी बताती हैं। यहां हम पुराने नियम की कुछ ऐसी भविष्यवाणियों को देखेगें जिनको प्रभु यीशु मसीह ने स्वर्ग में जाने से पहले पूरा किया। प्रेरित लोगों ने इन भविष्यवाणियों के द्वारा लोगों को यह समझाने का प्रयास किया कि यीशु ही मसीह हैं।
मुख्य पद: भजन सहिंता 22
यह भजन दाऊद के द्वारा की गयी उस समय की प्रार्थना थी जब उस पर उसके शत्रुओं द्वारा लगातार आक्रमण हो रहे थे। यह भजन यीशु के क्रूस पर चढाये जाने के समय की परिस्थिति की भविष्यवाणी भी हैं, और सुसमाचारों में भी इसे कई जगहों पर लिखा गया हैं।
- नये नियम में कहाँ पर इस भजन को सीधे लिखा गया हैं?
- किन पदों में यह भजन क्रूस की घटना के विषय में बताता हैं, लेकिन इसको सीधे तौर पर नहीं लिखा गया हैं।
- क्या कुछ ऐसे पद भी हैं जो यीशु की क्रूस की घटना को नहीं बताते हैं?
यीशु मसीह के जीवन की भविष्यवाणियां
यीशु मसीह के जीवन की बहुत सी घटनाओं की भविष्यवाणी पुराने नियम में पहले ही कर दी गयी थी। यहाँ ऐसी ही कुछ भविष्यवाणियां दी गयी हैं-
- वे यहूदा के गोत्र से आयेगें (He would come from the tribe of Judah)
“जब तक शीलो न आए तब तक न तो यहूदा से राजदण्ड छूटेगा, न उसके वंश से व्यवस्था देने वाला अलग होगा और राज्य राज्य के लोग उसके अधीन हो जायेगें।” (उत्पत्ति 49:10)
इस भविष्यवाणी के पूरा होने के विषय में लूका 3:33 में लिखा हैं। - वे दाऊद के वंश से होगें (He would be a descendant of David)
“जब तेरी आयु पूरी हो जायेगी, और तू अपने पुरखाओं के संग सो जाएगा, तब मैं तेरे निज वंश को तेरे पीछे खड़ा करके उसके राज्य को स्थिर करूंगा। मेरे नाम का घर वही बनवाएगा, और मैं उसकी राजगद्दी को सदैव स्थिर रखूंगा।” (2 शमूएल 7:12-13)
इस भविष्यवाणी के पूरा होने के विषय में मत्ति 1:6,16 में लिखा हैं।
कुछ सम्बन्धित पद
पहली भविष्यवाणियां: उत्पत्ति 3:15, 49:10; व्यवस्थाविवरण 18:15-19
दाऊद का पुत्र: 2 शमूएल 7:12-16; यशायाह 11:1-2; यहेजकेल 37:24-28; लूका 1:30-33
अब्राहम का पुत्र: उत्पत्ति 22:15-18; गलतियों 3:16
भजन सहिंता: 2, 8, 16, 22, 69, 110, 118:22
यशायाह: 7:14; 9:1-2; 6-7; 11; 42; 49; 53; 61
बाद के भविष्यवक्ता: यिर्मयाह 23:5-6; दानियेल 7:9-14, 9; मीका 5:2; जर्कयाह 9:9, 12:10, 14:3-4
- वे कुमारी से पैदा होगें (He would be born of a virgin)
“इस कारण प्रभु आप ही तुम को एक चिन्ह देगा। सुनो, एक कुमारी गर्भवती होगी और पुत्र जनेगी, और उसका नाम इम्मानूएल रखेगी।” (यशायाह 7:14)
इस भविष्यवाणी के पूरा होने के विषय में मत्ति 1:18 में लिखा हैं। - वे बेतलेहेम में पैदा होगें (He would be born in Bethlehem)
“हे बेतलेहेम एप्राता, यदि तू ऐसा छोटा हैं कि यहूदा के हजारों में गिना नहीं जाता, तो भी तुझ में से मेरे लिए एक पुरूष निकलेगा, जो इस्राएलियों में प्रभुता करने वाला होगा; और उसका निकलना प्राचीनकाल से, वरन अनादि काल से होता आया हैं।” (मीका 5:2)
इस भविष्यवाणी के विषय में हम मत्ति 2:4-6 में पढते हैं। - वे गलील में रहेगें (He would live in Galilee)
“तौभी संकट-भरा अन्धकार जाता रहेगा। पहिले तो उसने जबूलून और नप्ताली के देशों का अपमान किया, परन्तु अन्तिम दिनों में ताल की ओर यरदन के पार की अन्यजातियों के गलील को महिमा देगा। जो लोग अन्धियारें में चल रहे थे उन्होंने बड़ा उजियाला देखा; और जो लोग घोर अन्धकार से भरे हुए मृत्यु के देश में रहते थे, उन पर ज्योति चमकी।” (यशायाह 9:1-2)
इस भविष्यवाणी के पूरा होने विषय में मत्ति 4:12-16 में लिखा हैं। - उनको त्यागा जायेगा (He would be rejected)
“वह तुच्छ जाना जाता और मनुष्यों का त्यागा हुआ था; वह दु:खी पुरूष था, रोग से उसकी जान पहिचान थी; और लोग उससे मुख फेर लेते थे। वह तुच्छ जाना गया, और हम ने उसका मूल्य न जाना।” (यशायाह 53:3)
इस भविष्यवाणी के पूरा होने के विषय में यूहन्ना 1:11 में लिखा हैं। - वे गधे पर सवार होकर यरूशलेम में आयेगें (He would enter Jerusalem riding on a donkey)
“हे सिय्योन बहुत ही मगन हो; हे यरूशलेम जयजयकार कर; क्योंकि तेरा राजा तेरे पास आयेगा; वह धर्मी और उद्धार पाया हुआ हैं, वह दीन हैं, और गदहे पर वरन गदही के बच्चे पर चढा हुआ आएगा।” (जकर्याह 9:9)
इस भविष्यवाणी के पूरा होने के विषय में हम यूहन्ना 12:13-15 में पढते हैं।
यीशु की और संकेल करने वाली घटनीयों
कुछ भविष्यवाणियां हम देखते हैं जो सीधे प्रभु यीशु मसीह के विषय में नहीं की गयी लेकिन बहुत सी ऐसी बातें हम देखते हैं जो उनकी ओर संकेत करती हैं। उदाहरण के लिए देखे तो, फसह के पर्व्व पर, एक निर्दोष मेम्ने का मारा जाना (निर्गमन 12:3-6)। यह प्रभु यीशु मसीह के बलिदान को प्रदर्शित करता हैं; क्योंकि प्रभु यीशु मसीह के विषय में भी कहा गया हैं कि, “यह परमेश्वर का मेम्ना हैं, जो जगत का पाप उठा ले जाता हैं।” (यूहन्ना 1:29) कुछ लोग भी प्रभु यीशु मसीह के समान थे। उदाहरण के लिए देखे तो, अब्राहम को कहा गया कि वह अपने इकलौते पुत्र इसहाक को, यरूशलेम के निकट स्थित मोरिय्याह पहाड़ पर बलि करे, यह ठीक वैसा ही हैं जैसे परमेश्वर ने अपने पुत्र को यरूशलेम के निकट बलि करने के लिए दिया। आपके अनुसार बाईबल में और कौन से अन्य लोग हैं जो मसीह के समान हैं?
- उनको सताया जायेगा (He would be executed)
“वह सताया गया, तौभी वह सहता रहा और अपना मुहं न खोला; जिस प्रकार भेड बध होने के समय वा भेडी ऊन कतरने के समय चुपचाप शान्त रहती हैं, वैसे ही उसने भी अपना मुहं न खोला। अत्याचार करके और दोष लगाकर वे उसे ले गये; उस समय के लोगो में से किस ने इस पर ध्यान दिया कि वह जीवतों के बीच में से उठा लिया गया? मेरे ही लोगों के अपराधों के कारण उस पर मार पडी।” (यशायाह 53:7-8)
इस भविष्यवाणी के पूरा होने के विषय में मत्ति 27:12-14 में लिखा हैं। - उनको क्रूस पर चढाया जायेगा (He would be crucified)
“क्योंकि कुत्तों ने मुझे घेर लिया हैं; कुकर्मियों की मण्डली मेरे चारों और मुझे घेरे हुए हैं; वह मेरे हाथ और मेरे पैर छेदते हैं।” (भजन 22:16)
इस भविष्यवाणी के पूरा होने के विषय में मत्ति 27:38 में लिखा हैं। - लोग उनके कपडों पर चिट्ठी डालेगें (People would cast lots for his clothes)
“वे मेरे वस्त्र आपस में बांटते हैं, और मेरे पहिरावे पर चिट्ठी डालते हैं।” (भजन 22:18)
इस भविष्यवाणी के पूरा होने के विषय में यूहन्ना 19:23-24 में लिखा हैं। - वे मृतकों में से जी उठेगें (He would be raised from the dead)
“... क्योंकि तू मेरे प्राण को अधोलोक में न छोडेगा, न अपने पवित्र भक्त को सडने देगा।” (भजन 16:10)
इस भविष्यवाणी के पूरा होने के विषय में मत्ति 28:5-9 में लिखा हैं।
इसके अतिरिक्त और भी बहुत सी भविष्यवाणियां हम बाईबल में खोजकर पढ सकते हैं।
विचारणीय पद
- मत्ति 1:18-3:3 को पढिए। सभी भविष्यवाणियों की सूचि बनाइये और प्रत्येक को पढिए। यदि आप प्रभु यीशु मसीह के जन्म के समय में रह रहे होते तो इनमें से कितनी भविष्यवाणियों से आप पहले से परिचित होते? क्या मत्ति ने पुराने नियम की व्याख्या ठीक प्रकार से की है?
- यशायाह पुस्तक के 53 अध्याय में प्रभु यीशु मसीह के सताव और मृत्यु की प्रसिद्ध भविष्यवाणी हैं। जबकि यहूदी लोग इस भविष्यवाणी की व्याख्या इस्राएल राष्ट्र के लिए करते हैं। यहूदियों के इस दावे के विषय में आपका क्या उत्तर हैं?
अन्य पद
- प्रेरितो के काम 2,3 और 13 अध्यायो में पौलुस और पतरस के भाषणों को पढिये और पुराने नियम की उन भविष्यवाणियों की सूचि बनाइये जिनका प्रयोग इन लोगों ने यह सिद्ध करने के लिए किया कि प्रभु यीशु ही मसीह थे।
- दानिय्येल 9:25-27 में दी गयी एक भविष्यवाणी, नये नियम में वर्णित नहीं हैं। इसमें वर्णन हैं कि यरूशलेम के फिर बसाने की आज्ञा के निकलने के 69 सप्ताहों के बाद मसीह (अभिषिक्त पुरूष) काटा जाएगा। सप्ताह का प्रत्येक दिन एक वर्ष के बराबर हैं। इसलिए 69 सप्ताहों का अर्थ हैं कि 69 x 7 = 483 वर्ष। यह आज्ञा कब निकली और बताये गये निश्चित समय पर यह भविष्यवाणी कैसे पूरी हुयी?
- नये नियम में प्रभु यीशु मसीह के विषय में कुछ भविष्यवाणियां हैं जिनका पुराने नियम में मिलना कठिन हैं। मत्ति 2:23 को पढिये। “नासरी” के विषय में की गयी भविष्यवाणी बाईबल में कहाँ हैं? लूका 24:45-47 को पढिये। प्रभु यीशु मसीह तीसरे दिन मृतकों में से जी उठेगें, यह भविष्यवाणी बाईबल में कहाँ हैं?
‘प्रभु यीशु मसीह के विषय में पुराने नियम की भविष्यवाणियां’ (Old Testament Prophecies of Jesus) is from
‘The Way of Life’ by Rob J. Hyndman
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